आजादी के 77 साल बाद भी चूरू में मीठा पानी नहीं
चूरू, राजस्थान: भारत को आजाद हुए 77 साल हो चुके हैं, लेकिन चूरू के कई इलाकों में आज भी पीने के लिए मीठा पानी उपलब्ध नहीं है। राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार की ओर से भले ही जल आपूर्ति को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हों, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

शहर के लगभग दो दर्जन से अधिक वार्ड आज भी मीठे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही और कमजोर नेतृत्व के कारण स्थानीय लोगों को खारे पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जिससे हड्डी रोग, जोड़ों में दर्द और फ्लोराइड की समस्या बढ़ती जा रही है।
मीठे पानी के दावों की पोल खोली ग्राउंड रिपोर्ट ने
झलको राजस्थान की टीम जब चूरू के विभिन्न मोहल्लों में पहुंची तो लोगों की नाराजगी साफ नजर आई। पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट (PHED) की ओर से जलापूर्ति के लिए पंप हाउस में चार मोटरें लगाई गई हैं, लेकिन इनमें से दो मोटरें खराब पड़ी हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के कारण कई इलाकों में पीने के पानी का सही इंतजाम नहीं हो पा रहा है।
यमुना और नहर का पानी पहुंचा या सिर्फ दावा?
सरकार की ओर से चूरू में यमुना का पानी और नहर के जरिए जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के दावे किए गए थे, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। शहर के अधिकांश हिस्सों में यह योजना सिर्फ कागजों पर ही सीमित रह गई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चूरू जिले के आठ टाउन में अमृत योजना के तहत जल आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। लेकिन जनता का कहना है कि यह योजनाएं कब धरातल पर आएंगी, इसका कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है।
जल जीवन मिशन भी बेअसर?
राज्य सरकार द्वारा ‘जल जीवन मिशन’ के तहत चूरू में पानी की समस्या को हल करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, जल जीवन मिशन के तहत कई योजनाओं के लिए टेंडर जारी किए गए हैं, जिनमें से कुछ पर काम शुरू हो चुका है।
लेकिन सवाल यह उठता है कि जब योजनाएं लागू की जा रही हैं तो फिर आज भी लोग मीठे पानी के लिए तरसने को मजबूर क्यों हैं?
खारा पानी बना बीमारियों की जड़
खारे पानी के कारण चूरू के लोग कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
🔸 हड्डियों की कमजोरी: पानी में अधिक फ्लोराइड होने से लोगों की हड्डियां कमजोर हो रही हैं।
🔸 दांतों की समस्या: बच्चों और बुजुर्गों में दांत खराब होने की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
🔸 गठिया और जोड़ों का दर्द: फ्लोराइडयुक्त पानी पीने से बुजुर्गों और युवाओं में जोड़ों में दर्द की शिकायत बढ़ गई है।
प्रशासन के वादे और जनता का दर्द
झलको राजस्थान की टीम ने जब जलदाय विभाग के अधिकारियों से इस विषय में सवाल किए, तो उनका जवाब था कि सरकार जल्द ही पानी की समस्या का समाधान करेगी। अधिकारियों का कहना है कि अगले 2 वर्षों में मीठे पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित कर दिया जाएगा।
लेकिन जनता इस तरह के आश्वासनों से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि वे कई वर्षों से यही सुनते आ रहे हैं, लेकिन हालात ज्यों के त्यों बने हुए हैं।
सरकार कब सुनेगी जनता की पुकार?
चूरू में पानी की समस्या गंभीर होती जा रही है। गर्मियों के मौसम में हालात और भी खराब हो सकते हैं। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे जल्द से जल्द ठोस कदम उठाएं और मीठे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करें।