सरदारशहर: बारिश बनी वरदान और आफत दोनों, किसानों की खुशी के बीच शहरवासी परेशान

Sardarshahar News डेस्क, चुरू:
राजस्थान के सरदारशहर में आई मानसूनी बारिश ने दोहरी तस्वीर पेश की है। एक ओर जहां खेतों में नमी लौटने से किसान खुश हैं, वहीं दूसरी ओर शहर की सड़कों पर जलभराव और अव्यवस्थाओं ने आम नागरिकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
बारिश ने खेती-बाड़ी के लिए संजीवनी का काम किया है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की खराब व्यवस्था और टूटी सड़कों ने प्रशासन की लापरवाही उजागर कर दी है।
किसानों के लिए राहत की बारिश
बारिश की पहली ही बौछार ने सरदारशहर के किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। लगातार गर्मी और सूखे के माहौल के बाद आई इस बरसात ने खेतों में हरियाली लौटाने की उम्मीदें जगा दी हैं।
स्थानीय किसान रामनारायण जाट का कहना है:
“पिछले कई दिनों से बादल आते-जाते थे लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। अब जाकर खेतों में हल चलाने लायक नमी आई है।”
मूंग, मोठ और ग्वार जैसी खरीफ फसलों की बुवाई के लिए यह समय महत्वपूर्ण होता है और किसानों को उम्मीद है कि समय पर बारिश होने से इस साल अच्छी पैदावार हो सकती है।
शहर के हालात बदतर, सड़कें बनीं तालाब
जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्र बारिश का स्वागत कर रहे हैं, वहीं सरदारशहर शहर के हालात ठीक इसके उलट हैं। मुख्य बाजार, अस्पताल रोड, रेलवे स्टेशन क्षेत्र और रिद्धी-सिद्धी कॉलोनी जैसी जगहों पर पानी भर गया है। कई दुकानों और घरों में पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
स्थानीय निवासी विमला देवी बताती हैं:
“हर बार की तरह इस बार भी बारिश आई नहीं कि नालियां ओवरफ्लो हो गईं। घर से निकलना मुश्किल हो गया है।”
जल निकासी व्यवस्था हुई फेल
बारिश के बाद नगरपरिषद की जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है। नालों की नियमित सफाई न होने के कारण पानी सड़कों पर फैल गया और कई जगहों पर कीचड़ व बदबू से हालत बदतर हो गई है। स्कूली बच्चों और दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।
शहर के अंदरूनी इलाकों में पानी घुटनों तक भर गया, जिससे बुजुर्गों और महिलाओं को निकलना भी मुश्किल हो गया।
व्यापारियों को हुआ नुकसान
मुख्य बाजार में दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। बारिश के पानी से कई दुकानों का सामान भीग गया और ग्राहक दूर हो गए। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन केवल बरसात के बाद हरकत में आता है, लेकिन समय रहते कोई स्थायी समाधान नहीं किया जाता।
दुकानदार महेश अग्रवाल कहते हैं:
“हम हर साल यही झेलते हैं। न तो कोई स्थायी ड्रेनेज सिस्टम है, और न ही नगर परिषद की इच्छाशक्ति।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें
बारिश के बाद जलभराव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। स्थानीय युवाओं और सोशल वर्कर्स ने प्रशासन को टैग करते हुए तुरंत एक्शन लेने की मांग की। लोगों का कहना है कि सरदारशहर को स्मार्ट बनाने के दावे तो बहुत होते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं अभी भी अधूरी हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
नगर परिषद के अधिकारियों ने सफाई दी कि बारिश अचानक और तेज थी, जिससे कुछ इलाकों में जलभराव हो गया। उन्होंने कहा कि पंपिंग सेट्स लगाए जा रहे हैं और सफाई कर्मियों को मौके पर भेजा गया है। लेकिन आमजन का कहना है कि यह हर बार की तरह “बरसात के बाद जागना” है, जो स्थायी समाधान नहीं है।
निष्कर्ष: बारिश की दो तस्वीरें – एक उम्मीद, एक उपेक्षा
सरदारशहर में आई बारिश ने जहां खेतों को जीवनदान दिया है, वहीं शहर के नागरिकों को संकट में डाल दिया है। यह हालात दिखाते हैं कि शहरी व्यवस्था को दुरुस्त करना अब ज़रूरी हो गया है, नहीं तो हर साल बरसात वरदान के साथ-साथ आफत भी बनती रहेगी।
Sardarshahar News प्रशासन से मांग करता है कि बारिश पूर्व तैयारियों को गंभीरता से लिया जाए और शहरवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
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