सरदारशहर: एमआर होटल में चल रही थी संदिग्ध गतिविधियां, पुलिस ने मारा छापा
Sardarshahar News डेस्क, चुरू:
सरदारशहर के प्रमुख इलाके में स्थित एमआर होटल में अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश होने से पूरे कस्बे में हड़कंप मच गया है। स्थानीय पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर देर रात होटल में छापा मारा गया, जहां से आपत्तिजनक सामान और संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया।

यह कार्रवाई सरदारशहर क्षेत्र में होटल व्यवसाय की पारदर्शिता और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लंबे समय से एमआर होटल को लेकर शिकायतें मिल रही थीं कि वहां अनैतिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं। शनिवार रात को गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए होटल पर छापा मारा।
थानाधिकारी विजय सिंह राठौड़ ने बताया:
“हमें सूचना मिली थी कि होटल में बाहर से लड़कियां बुलाई जा रही हैं और कुछ संदिग्ध लोग वहां नियमित रूप से आते-जाते हैं। इसी आधार पर यह कार्रवाई की गई।”
होटल के कमरों में आपत्तिजनक स्थिति में मिले युवक-युवतियां
छापे के दौरान होटल के कमरों में कुछ युवक-युवतियां आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए। पुलिस ने मौके से कई मोबाइल फोन, शराब की बोतलें और कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह सरदारशहर सहित आसपास के क्षेत्रों से लड़कियों को बुलाकर होटल में ग्राहकों को “सेवाएं” उपलब्ध कराता था।
होटल संचालक और कर्मचारियों से हो रही पूछताछ
छापे के तुरंत बाद पुलिस ने होटल के मैनेजर और तीन कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। होटल का पूरा रजिस्टर और CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि होटल के मालिक को इस अवैध धंधे की जानकारी थी या नहीं। अगर मालिक की संलिप्तता पाई गई तो उसे भी आरोपी बनाया जाएगा।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
एमआर होटल का नाम लंबे समय से विवादों में रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। इस बार पुलिस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोग खुलकर सामने आए हैं और प्रशासन से इस तरह के ठिकानों को बंद करने की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी किशन लाल शर्मा ने कहा:
“होटल के बाहर हमेशा संदिग्ध लोगों का जमावड़ा रहता है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब जाकर पुलिस ने सख्ती दिखाई है।”
महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा पर सवाल
इस पूरे मामले ने एक बार फिर कस्बे में महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरदारशहर जैसे शांत कस्बे में इस तरह की घटनाएं समाज में गिरते नैतिक मूल्यों और कमजोर निगरानी तंत्र को दर्शाती हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसे होटलों की नियमित जांच होनी चाहिए और अगर कहीं अनैतिक कार्य हो रहा हो तो सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
कई लोगों का यह भी मानना है कि अगर पुलिस समय पर सक्रिय होती, तो यह गतिविधियां इतने लंबे समय तक नहीं चलतीं। सवाल यह भी उठ रहा है कि होटल लाइसेंस जारी करते समय निगरानी और सत्यापन की क्या प्रक्रिया अपनाई गई थी।
पूर्व पार्षद रमेश बिश्नोई ने कहा:
“इस तरह के होटल यदि प्रशासन की मिलीभगत से चल रहे हैं तो यह बेहद शर्मनाक है। सख्त कदम उठाए जाएं।”
आगे की कार्रवाई की तैयारी
पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। मोबाइल कॉल डिटेल, सीसीटीवी फुटेज और होटल रिकॉर्ड के आधार पर इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
जल्द ही पूरे रैकेट को उजागर कर उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
निष्कर्ष: एक चेतावनी, एक शुरुआत
एमआर होटल में हुई यह छापेमारी सरदारशहर के लोगों के लिए एक चेतावनी है कि अगर समय रहते कार्रवाई न की जाए, तो सामाजिक ताना-बाना बिगड़ सकता है। यह प्रशासन के लिए भी एक मौका है कि वह होटल, लॉज और गेस्ट हाउस जैसे संस्थानों की गहन जांच करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
Sardarshahar News मांग करता है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और इस तरह के ठिकानों की पहचान कर उन्हें बंद किया जाए।
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