सरदारशहर में बिजली के तारों पर बेलों का खतरा बढ़ा
चूरू जिले के सरदारशहर क्षेत्र से एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां कई स्थानों पर बिजली के खुले तारों पर बेल की मोटी पत्तियां लिपटी हुई देखी गईं, जो किसी बड़े हादसे को न्योता दे रही हैं। स्थानीय निवासियों ने इस मामले में विद्युत विभाग की अनदेखी को लेकर गहरी चिंता जताई है।

कहां-कहां दिखी ये स्थिति?
Jhalko Rajasthan की टीम ने स्टेशन रोड, आजाद चौक, बस स्टैंड के आसपास और कुछ कॉलोनियों में ऐसी जगहों का निरीक्षण किया जहां विद्युत तारों के ऊपर बेलें पूरी तरह से फैल चुकी थीं। कई जगहों पर ये बेलें झूलती हुई बिजली के खंभों से नीचे तक आ रही थीं, जिससे राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है।
स्थानीय लोगों ने उठाई आवाज
स्थानीय निवासी रामनिवास कस्वां ने बताया कि उन्होंने इस खतरे की सूचना पहले भी विभाग को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। “हर साल बरसात में एक-दो करंट लगने की घटनाएं होती हैं, और उसके बाद ही विभाग हरकत में आता है,” उन्होंने कहा।
हादसे की पूरी संभावना
बिजली से लिपटी बेलों के कारण न केवल करंट का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि ये बेलें बारिश या हवा के चलते टूटकर तारों को शॉर्ट सर्किट कर सकती हैं। इससे न केवल बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है, बल्कि आग लगने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं।
विद्युत विभाग की प्रतिक्रिया
Jhalko Rajasthan द्वारा जब विद्युत विभाग के एक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा:
“हमें इस मामले की जानकारी मिली है और जल्दी ही संबंधित क्षेत्र में निरीक्षण कर कटिंग कार्य करवाया जाएगा।”
लेकिन यह बयान बीते कई वर्षों से हर समस्या के बाद दोहराया जाता रहा है, जिससे लोगों में अब विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर विश्वास कम होता जा रहा है।
समाधान की क्या है जरूरत?
विशेषज्ञों का मानना है कि हर 3-4 महीने में विद्युत लाइनों का फिजिकल ऑडिट होना चाहिए ताकि इस तरह की समस्याओं को समय रहते रोका जा सके। इसके अलावा:
- नगर परिषद और विद्युत विभाग के बीच तालमेल से बेलों की नियमित कटाई हो
- हाई-वोल्टेज तारों के आसपास ग्रीन बेल्ट की योजना रोकी जाए
- जनता के लिए शिकायत दर्ज कराने की सरल प्रणाली हो
ग्राउंड रिपोर्ट: क्या देखा Jhalko Rajasthan ने?
हमारी टीम ने मौके पर देखा कि कुछ खंभों पर तो बेलों ने पूरे ट्रांसफार्मर को ढक रखा था। कई जगहों पर बेलें जल चुकी थीं, जिससे साफ था कि पहले भी शॉर्ट सर्किट या चिंगारी निकलने की घटना हो चुकी है।
SardarShahar News की राय
SardarShahar News का मानना है कि यह केवल तकनीकी लापरवाही नहीं बल्कि जन सुरक्षा का गंभीर मामला है। यदि समय रहते बेलों की कटाई नहीं हुई, तो जान-माल की हानि से इनकार नहीं किया जा सकता। यह खबर प्रशासन के लिए एक चेतावनी है और जनता के लिए सतर्कता का संदेश।
निष्कर्ष: सतर्कता और जवाबदेही दोनों जरूरी
सरदारशहर में बिजली के तारों पर बेलें लिपटना कोई नई बात नहीं, लेकिन हर बार इन्हें नजरअंदाज करना दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि विभागीय लापरवाही ऐसे ही चलती रही तो भविष्य में बड़ा हादसा निश्चित है। जनता को भी चाहिए कि वे जागरूक रहें और अपने मोहल्लों की जानकारी समय रहते संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाएं।
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