मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का विरोध प्रदर्शन
सरदारशहर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) के कार्यकर्ताओं और किसानों ने स्मार्ट मीटर लगाने के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान ‘स्मार्ट मीटर हटाओ’, ‘गरीबों को मत लूटो’ जैसे नारों से तहसील कार्यालय गूंज उठा।
ज्ञापन सौंपा गया
पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि मौजूदा मीटर ही यथावत रहें, स्मार्ट मीटर किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

मुख्य मांगें और समस्याएं
स्मार्ट मीटर से गरीबों पर असर
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। रिचार्ज सिस्टम में बिजली कटने का खतरा बना रहता है, जिससे खासकर गरीबों के लिए संकट खड़ा हो सकता है।
भानीपुरा में सरकारी कॉलेज की मांग
ज्ञापन में मांग की गई कि भानीपुरा को तहसील घोषित किया गया है, वहां एक सरकारी महाविद्यालय खोला जाए ताकि क्षेत्र के विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहें।
कृषि महाविद्यालय की जरूरत
सरदारशहर एक कृषि प्रधान क्षेत्र है, इसलिए यहां एक कृषि महाविद्यालय खोला जाना अत्यंत आवश्यक है। किसानों के लिए यह शिक्षा और शोध का केंद्र बन सकता है।
स्थानीय समस्याएं भी उठाईं गईं
टूटी-फूटी सड़कों का निर्माण
ज्ञापन में टूटी सड़कों की मरम्मत की मांग की गई। कई इलाकों में अभी तक सड़कें नहीं बनीं हैं, जिससे आमजन को परेशानी हो रही है।
आवारा पशुओं से दुर्घटनाएं
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि 80% से अधिक सड़क हादसे आवारा पशुओं की वजह से हो रहे हैं। प्रशासन से मांग की गई कि इस पर ठोस कार्यवाही हो।
फाइनेंस कंपनियों की लूट पर हमला
प्रदर्शन में फाइनेंस कंपनियों द्वारा किसानों और गरीबों पर अत्यधिक ब्याज दरें और छिपे हुए चार्जेस थोपने के खिलाफ भी आवाज़ उठाई गई। ज्ञापन में मांग की गई कि इनका ब्याज दर सरकारी बैंकों के समान किया जाए।
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