राजस्थान के चूरू जिले में एक बेहद ही शर्मनाक घटना सामने आई है। रतननगर थाना क्षेत्र में 14 वर्षीय आठवीं कक्षा की छात्रा का अपहरण कर गैंगरेप किया गया। इस घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। पीड़िता के दादा की रिपोर्ट पर महिला थाने में चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया और उसे राष्ट्रीय भर्ती अस्पताल में भर्ती कराया।

पीड़िता को जान से मारने की धमकी
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी और उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्होंने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद आरोपियों ने पीड़िता का सिर भी मुंडवा दिया। मामले की जांच कर रहे डीएसपी सुनील झाड़िया ने बताया कि पीड़िता के दादा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 मार्च 2024 को उनकी पोती घर के बाहर कुछ सामान लेने गई थी। जब वह काफी देर तक घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। तब उन्हें पता चला कि कुछ लड़के उसे मोटरसाइकिल पर अगवा कर रतननगर भोपालसर रोड की तरफ ले गए हैं। जब उन्होंने वहां जाकर देखा, तो उनकी पोती उन्हें एक खेत में बनी झोपड़ी में बेहोश मिली।
हैवानियत की हदें पार
पीड़िता ने बताया कि विक्की राव, आदित्य मीणा, विकास और एक अन्य युवक ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी, तो वे उसे और उसके परिवार को जान से मार देंगे। 1 मार्च को चारों युवक उसे जबरदस्ती एक खेत में बनी झोपड़ी में ले गए और वहां उसके साथ गैंगरेप किया। आरोपियों की हैवानियत यहीं नहीं रुकी। जब पीड़िता के पेट में दर्द हुआ और उसने विरोध किया, तो आरोपी योगेश ने उसके सिर के बाल काट दिए और उसे जातिसूचक गालियां दीं।
डीएसपी झाड़िया ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर विक्की, आदित्य, विकास और एक अन्य युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
अधिकारी पर अश्लील मैसेज भेजने का आरोप
वहीं, हनुमानगढ़ जिले के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी तेजपाल पंडा को सेवानिवृत्ति से चार दिन पहले निलंबित कर दिया गया है। उन पर चूरू जिले में कार्यरत एक महिला को आपत्तिजनक मैसेज भेजने का आरोप है। जिला कलेक्टर कानाराम ने बताया कि तेजपाल पंडा का मूल पद हनुमानगढ़ जिले में अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी का है, लेकिन उन्हें चूरू जिले के भानीपुरा में कार्य व्यवस्था के तहत तहसीलदार के रूप में लगाया गया था।
जांच में दोषी पाए गए पंडा
पंडा के खिलाफ मामला तब सामने आया, जब चूरू जिला कलेक्टर द्वारा गठित शिकायत जांच कमेटी ने पाया कि पंडा ने एक महिला को कार्यस्थल पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उन्हें आपत्तिजनक मैसेज भेजे। कलेक्टर कानाराम ने बताया कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में तेजपाल पंडा को दोषी ठहराया है और उनके व्यवहार को अनुशासनहीन और गलत बताया है।
इसके बाद, हनुमानगढ़ कलेक्टर कानाराम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पंडा को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय एसडीएम कार्यालय, हनुमानगढ़ रहेगा। खास बात यह है कि निलंबन के चार दिन बाद ही पंडा सेवानिवृत्त होने वाले हैं। कलेक्टर ने बताया कि निलंबन के साथ ही पंडा को 16 सीसी के चार आरोप पत्र भी दिए गए हैं।
पंडा पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी कामकाज के दौरान महिला को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा कि यह मामला एक बार फिर सरकारी महकमे में कार्यस्थल पर मानसिक शोषण और अनुशासनहीनता के मामलों पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
कलेक्टर ने आदेश जारी कर नायब तहसीलदार अनिल कुमार मीणा को आगामी आदेश तक भानीपुरा तहसीलदार के पद पर नियुक्त किया है, ताकि आमजन के काम प्रभावित न हों।
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