Sardarshahar News | सरदारशहर: राजस्थान की भजनलाल सरकार द्वारा प्रदेश के सरकारी स्कूलों की सूरत में तेजी से बदलाव लाया जा रहा है। राज्य सरकार की इस पहल ने सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस, खेल मैदान, जिम और अन्य बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया है, जिससे बच्चों और अभिभावकों का भरोसा फिर से बढ़ा है। चूरू जिले के सरदारशहर उपखंड के छाजूसर गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय इसका प्रमुख उदाहरण बनकर उभरा है।

सरकारी स्कूलों का कायाकल्प: छाजूसर विद्यालय का उदाहरण
छाजूसर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हाल के कुछ महीनों में किए गए सुधारों ने न केवल स्कूल का कायाकल्प किया है, बल्कि यह गांव की शिक्षा व्यवस्था में भी सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन गया है। विद्यालय में अब 10 बीघा भूमि पर सुविधाएं जैसे स्मार्ट क्लास, 400 मीटर का खेल मैदान, जिम और एक बेहतर भवन स्थापित किया गया है। इसके अलावा, चारदीवारी जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी विकास किया गया है।
विद्यालय में सुधार और विकास
इस विद्यालय में सुधार कार्य में सरपंच प्रतिनिधि प्रियंका कंवर और प्रधानाचार्य श्री बनवारीलाल पुरडक की अहम भूमिका रही है। उनके मार्गदर्शन में पंचायत समिति और राज्य सरकार से समन्वय बनाकर विद्यालय के विकास के रास्ते खोलें गए। बनवारीलाल पुरडक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा हाल ही में ₹13 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत की गई, जिससे विद्यालय में नए कक्षों का निर्माण शुरू हो गया है।
सरकारी योजनाओं का लाभ
सरकारी योजनाओं का फायदा अब छात्रों को मिल रहा है। जैसे कि निशुल्क पुस्तकें, ड्रेस और मिड-डे मील जैसी सुविधाएं, जो सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर विकल्प बना रही हैं। इसके साथ ही, शिक्षकों की नियमित उपस्थिति और स्मार्ट क्लासेस से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। अब विद्यालय में 400 मीटर का खेल मैदान और जिम जैसी सुविधाएं छात्रों की समग्र विकास में मदद कर रही हैं।
छाजूसर विद्यालय में बच्चों की बढ़ती संख्या
सरपंच प्रियंका कंवर ने बताया कि पहले गांव में शिक्षा की सुविधा सीमित थी, लेकिन अब विद्यालय के सुधार के बाद यहां बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अभिभावक अब अपने बच्चों का दाखिला निजी स्कूलों की बजाय सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं, क्योंकि सरकारी स्कूल अब हर दृष्टि से बेहतर हो गए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने जिस तरह से विद्यालय के विकास में सहयोग किया है, वह सराहनीय है। छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं का भी लाभ मिल रहा है।
छाजूसर स्कूल का भविष्य: और भी विकास की उम्मीद
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में सरकार और अधिक कमरे और सुविधाएं स्वीकृत करेगी, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा और माहौल मिल सके। इसके साथ ही, शिक्षा के क्षेत्र में छाजूसर विद्यालय एक मॉडल बनकर उभरेगा, जो अन्य विद्यालयों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगा।
स्मार्ट क्लास और डिजिटल लर्निंग
राज्य सरकार के प्रयासों से छाजूसर विद्यालय में स्मार्ट क्लास और डिजिटल लर्निंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इससे बच्चों को नई तकनीकों के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है, जो उन्हें समग्र विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है।
छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि
इस सुधार के कारण छात्रों की उपस्थिति में भी वृद्धि हुई है। शिक्षा का वातावरण सुधारने से न केवल बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है, बल्कि परीक्षा परिणामों में भी सुधार देखने को मिला है।
निष्कर्ष
सरदारशहर क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देने वाले बदलावों ने एक नई दिशा दी है। छाजूसर विद्यालय जैसे स्कूलों में सुधार और सुविधाओं के विस्तार से न केवल बच्चों का विश्वास बढ़ा है, बल्कि यह दिखाता है कि सरकारी स्कूल भी अब गुणवत्ता और सुविधाओं में किसी से पीछे नहीं हैं। यह बदलाव प्रदेश भर के अन्य स्कूलों के लिए एक उदाहरण है कि सरकारी शिक्षा व्यवस्था में सुधार संभव है, जब सरकार और स्थानीय प्रशासन का समन्वय सही तरीके से हो।
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