चूरू जिले के सरदारशहर उपखंड क्षेत्र स्थित मालकसर गांव में सोमवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। फेरी लगाने आए जोगी समाज के लोगों पर मधुमक्खियों के झुंड ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में 14 बच्चे और 2 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई और मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत घायल बच्चों और महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया।

झाड़ियों में बेर तोड़ते समय टूटा मधुमक्खियों का छत्ता
घटना उस समय घटी जब जोगी समाज के कुछ बच्चे गांव की झाड़ियों में बेर तोड़ रहे थे। उसी दौरान वहां मौजूद एक मधुमक्खियों का छत्ता टूट गया और देखते ही देखते पूरा झुंड बच्चों और महिलाओं पर टूट पड़ा। मधुमक्खियों के डंक से कई बच्चों को शरीर पर गंभीर सूजन और जलन हो गई। कुछ बच्चे तो दर्द और डर के कारण रोते-बिलखते जमीन पर गिर गए।
नुकदेश और नोसर गांव से आए थे पीड़ित
बताया जा रहा है कि ये सभी पीड़ित जोगी समाज से ताल्लुक रखते हैं और बीकानेर जिले के नोसर व नुकदेश गांवों से मालकसर गांव में फेरी लगाने आए थे। इस दौरान यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। सियारा और सपना नाम की दो महिलाएं भी इस हमले में बुरी तरह घायल हुई हैं।
108 एंबुलेंस से पहुंचाया गया अस्पताल, डॉक्टरों ने किया तत्काल इलाज
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से सरदारशहर के राजकीय अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों की टीम ने तत्परता दिखाते हुए घायलों का तुरंत इलाज शुरू कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार मधुमक्खी का डंक बेहद खतरनाक हो सकता है, जिससे शरीर में तेज सूजन, एलर्जी और सांस की तकलीफ हो सकती है। समय पर इलाज न मिलने पर स्थिति और गंभीर हो सकती थी।
मौके पर मची अफरा-तफरी, बच्चों में भय का माहौल
घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। छोटे-छोटे बच्चों में डर का माहौल बना हुआ है। घायल बच्चों की उम्र 5 से 12 वर्ष के बीच बताई जा रही है। अधिकतर बच्चे इलाज के बाद खतरे से बाहर हैं, लेकिन डॉक्टरों की निगरानी में हैं।